यह विधि मंगल आरती कीजे, पंच परम पद भज सुख लीजै।
For Vidhi,
Email:- info@vpandit.com
Contact Number:- 1800-890-1431
यह विधि मंगल आरती कीजे,
पंच परम पद भज सुख लीजै।
प्रथम आरती श्री जिनराजा,
भवदधि पार उतार जिहाजा ॥
यह विधि मंगल आरती कीजे ………..
दूजी आरती सिद्धन केरी,
सुमरत करत मिटे भव फेरी ॥
यह विधि मंगल आरती कीजे ………..
तीजी आरती सूर मुनिंदा,
जनम-मरण दुःख दूर करिंदा ॥
यह विधि मंगल आरती कीजे ………..
चौथी आरती श्री उवझाया,
दर्शन करत पाप पलाया ॥
यह विधि मंगल आरती कीजे ………..
पाँचवीं आरती साधु तुम्हारी,
कुमति विनाशन शिव अधिकारी ॥
यह विधि मंगल आरती कीजे ………..
छठी ग्यारह प्रतिमा धारी,
श्रावक बंदू आनंद कारी ॥
यह विधि मंगल आरती कीजे ………..
सातवीं आरती श्री जिनवाणी,
धानत स्वर्ण मुक्ति सुखदानी ॥
यह विधि मंगल आरती कीजे ………..
संजा करके आरती कीजे,
अपनो जनम सफल कर लीजे ॥
यह विधि मंगल आरती कीजे ………..
सोने का दीपक, रत्नों की बाती,
आरती करूँ मैं,
सारी-सारी राती ॥
यह विधि मंगल आरती कीजे ………..
जो कोई आरती करे करावे
सो नर-नारी अमर पद पावे ॥
यह विधि मंगल आरती कीजे ………..
Write a public review